मुंबई | महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद की खींचतान के चलते दोनों का ब्रेकअप हो गया है ! इस तरह से दोनों पार्टी का 30 साल पुराना सम्बन्ध ख़राब होता नजर आ रहा है ! भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनाने के बाद शिवसेना अपने खुद की सरकार बनाने मे जुट गई माना जा रहा है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है।
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2014 में बीजेपी और शिवसेना अलग अलग विधानसभा चुनाव में उतरे थे ! बीजपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को जल्दी ही समझ आ गया कि अलग होने से काफी नुकसान हो रहा है ! 2019 के आम चुनाव से पहले तो शिवसेना की ओर से मैदान में अलग उतरने की ही घोषणा कर दी गयी थी ! फिर भी जब चुनाव नजदीक आये तो दोनों साथ हो गये और मिल कर चुनाव लड़े ! मोदी सरकार 2.0 के कैबिनेट गठन में भी शिवसेना को खामोश होकर सब सहन करना पड़ा ! क्योंकि बीजेपी ने सहयोगियों के लिए कैबिनेट में एक से ज्यादा जगह न देने का फैसला सुना दिया थाशिवसेना ने तो चुपचाप मान भी लिया ! लेकिन नीतीश कुमार ने तो मना ही कर दिया !
बीजेपी के लिए महाराष्ट्र खुला है
इसी के चलते महाराष्ट्र मे बीजेपी के लिए एक तरह से खुला मैदान साबित हो सकता है ! भविष्य में होने वाले सियासी संग्राम में बीजेपी बनाम ऑल पार्टी के बीच चुनावी संग्राम होगा ! ऐसे मे भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि माननीय नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व मे महाराष्ट्र के पुरे 288 सीटों पर अपनी जीत का परचम पहरा सकता है ! जबकि शिवसेना भले ही अभी कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन से सरकार बना लेगी ! मगर फिर भी उसे भविष्य मे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पर सकता है ! अब देखना ये है कि इस रणभूमि मे किसे फायदा और किसे नुकशान मिल सकता है ! वो तो सही समय आने पर ही पता चल सकता है।
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