नई दिल्ली | रेल विभाग के विभिन्न विभागों में होने वाली समस्याओ को मध्य नजर रखते हुए रेल विभाग के अधिकारियो को लगता है भारतीय रेल विभाग को दो कम्पनियो में बाँट दिया जाये जिससे की रेलवे के विभिन्न विभागों के बिच होने वाली खींचातानी को ख़त्म किया जा सकेगा ! रेल विभाग को दो कम्पनियो में बनता जायेगा जिसमे से की एक कम्पनी कोच निर्माण का काम देखेगी एवं दूसरी कम्पनी इंजन निर्माण से जुड़े काम देखेगी ! कोच निर्माण से जुडी कंपनी का अधिकतर नियंत्रण मैकेनिकल विभाग के पास होगा ! तथा इंजन निर्माण से जुडी कंपनी का नियंत्रण इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के पास होगा ! जिससे की मेकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल विभाग की समस्याओ से निजात पाया जा सकता है ! अधिकारियो का मानना है की इस तरह भारतीय रेलवे से आने वाले समय में बेहतर सुविधा से सकेंगे!
रेलवे में दो कंपनी बनाने की तैयारी , PMO ने सहमति दी
अभी यह प्रोजेक्ट सिर्फ रेलवे अधिकारी ने आने वाले समय को देखते हुए सोचा है जल्द ही इस प्रोजेक्ट से जुड़ा प्रस्ताव मंत्रालय से सामने प्रस्तुत किया जायेगा ! अगर मंत्रालय की मंजूरी मिल जारी है इस कम्पनी प्रोजेक्ट को तो भारतीय रेलवे बहुत जल्द ही इस पर काम शुरू क्र देगा ! सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो एक नई भारतीय रेलवे मोटिव पावर कम्पनी की स्थापना होगी |
इसके अंतर्गत चित्तरंजन लोको वर्कर्स, डीजल लोको वर्कर्स वाराणसी, मधेपुर एवं मधेड़ा बिहार स्थित फैक्टरी होगी ! PMO की तरफ से ‘100 दिवसीय योजना ‘ की सहमति दी गई है जिसके अंतर्गत भारतीय रेलवे इंडियन रेलवे रोलिंग स्टॉक कम्पनी IRCC बनाने की तयारी कर रहा है , यह कंपनी कोच बनाने वाली फैक्टरी का नियंत्रण करेगी ! इसके अंतर्गत रायबरेली की मॉर्डन कोच फेक्टरॉय तथा पहिया निर्माण फैक्टरी होगी , जिसका संचालन एवं नियंत्रण इस कम्पनी के पास होगा !
दोनों कम्पनियो के बीच बांटा जायेगा काम
रेलवे मंत्रालय के अधिकारियो को लगता है की दो कंपनी के बीच काम बाटने से विभिन्न विभागो की मध्य होने वाले मतभेद को खत्म किया जा सकता है ! वही कुछ अधिकारी इस बात से सहमत नहीं है, उन्हें लगता है की इस तरह दो कम्पनियो के बीच विभागों को बाटने से विभागीय गुटबाजी बढ़ सकती है जो की भारतीय रेलवे के नहीं होगा ! चीन में भी रेलवे विभाग सभी तरह के कोच एवं इंजन निर्माण आदि के लिए नियंत्रण के लिए एक कम्पनी रहती है , जिससे की विभागीय गुटबाजी को खत्म किया जा सकता है !
रेलवे मंत्रालय के अधिकारियो के अनुसार इन कम्पनियो की स्थापना करने से भारत भी बाकि देशो की तरह कोच एवं इंजन निर्माण से जुडी अत्याधुनिक तकनिकी क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में शामिल हो जायेगा ! जो की भारत एवं भारतीय रेलवे के लिए अच्छा साबित होगा ! इन कंपनियों को मुनाफा कमाने के मकसद से शुरू किया जायेगा !
अपने SBI बैंक खाते को अपने आधार कार्ड से लिंक करें |