नई दिल्ली | आयोध्या मामले को लेकर 17 नवंबर से पहले कभी भी सुप्रीम कोर्ट के द्वारा फैसला आ सकता है इस फैसले को देखते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने बुधवार के दिन अपने सभी कैबिनेट मंत्रीयो के साथ एक बैठक की। उन्होंने इस बैठक मे अपने मंत्री को आदेश दिया की वे इस आयोध्या मामले को लेकर किसी भी तरह का गैरजरूरी और विवादास्पद बयान न दे और साथ मे उन्होंने ये भी बोला की सभी मंत्री अपने अपने संसदीय क्षेत्र मे जाकर लोगो को शांति बनाने के लिए अपील करे जिससे हमारे देश मे किसी भी तरह का विवाद न हो सके।
मन की बात मे मोदी ने अयोध्या मामले को लेकर बात की
माननीय नरेंद्र मोदी जी ने 27 अक्टूबर को रेडियो कार्यक्रम मन की बात मे आयोध्या केस को लेकर बात की थी ! उन्होंने मन की बात मे कहा की आयोध्या मामले मे 2010 से विवाद पैदा करने की कोसिस चल रही है लेकिन इलहाबाद कोर्ट के फैसले के बाद देश मे शांति का माहौल बना है और मे जनता से यही अपील करना चाहता हूँ की सुप्रीम कोर्ट का फैसला किसी भी पक्ष मे आये हम उसको स्वीकार करेंगे।
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फैसले को धर्म से नहीं जोड़ेंगे
आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार का कहना है कि आयोध्या के 400 – 500 सालो का विवाद का फैसला को कुछ ही दिन और हम यु कहे तो कुछ ही घण्टे बाकि रह गए है तो कोर्ट का जो भी फैसला आता है उससे न तो किसी धर्म की हार होगी और न किसी भी धर्म की जीत। क्योकि सभी अपने अपने स्थानों पर धर्म सर्वोपरि है और फैसला आने पर इसको धर्म के साथ नहीं जोड़ा जायेगा।
मुकदमा जीते तो उन्माद नहीं, हारे तो विषाद नहीं: विहिप
विश्व हिंदू परिषद के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बुधवार को कहा कि अयोध्या विवाद के मुकदमे में उच्चतम न्यायालय के संभावित फैसले के मद्देनजर लोगों से हर स्थिति में संयम बरतने की अपील की जा रही है | विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा, अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले देश में अमन-चैन का माहौल है।
ड्रोन कैमरों से हो रही अयोध्या की निगरानी, भाषण पर लगाई रोक | UP News