दिल्ली: राजधानी के बाहर निजी विद्यालयों को अब 9 प्रतिशत ब्याज के साथ अभिभावकों को लोतानी होगी | इन विद्यालयों की संख्या 12 जिनको कोर्ट के इस आदेश का पालन करना है | कोर्ट की ओर से गठित कमिटी ने जुलाई- अगस्त की आन्तरिक रिपोर्ट शिक्षा निर्देशालय को शॉप दी है | जिसके बाद शिक्षा निर्देशालय ने क्षेत्रीय निर्देशालय से अनुरोध किया है की इन सभी 12 विद्यालयों को आदेश कर दे |
कैसे वसूला गया अभिभावकों से पैसे
इन सभी स्कुलो ने छठा वेतनमान लागू करने के नाम पर 2007 में सभी अभिभावकों से काफी बड़ी रकम वसूली की गयी थी| जिसके बाद मामला कोर्ट में जाने के बाद कोर्ट द्वारा कमिटी का गठन किया गया जिसमे जाच के बाद इन सभी स्कुलो को दोषी पाया गया | अब कोर्ट के आदेश के बाद इन सभी विद्यालयों को 9 फीसदी ब्याज के साथ पैसो को लोटना होगा|
इन विद्यालयों को लोटने होंगे अभिभावकों पैसे
- सेंट पोल स्कूल (सफदरगंज )
- जैन भारती मोडल स्कूल ( रोहणी)
- भाई परमानन्दं विधी मंदिर (सूर्या निकेतन )
- सेंत ग्रेगोरियस स्कूल (सेक्टर- 11 द्वारका )
- सचदेव पब्लिक स्कूल ( सेक्टर- 13 रोहणी )
- हंसराज पब्लिक स्कुल ( पंजाब बाग़)
- एयर फाॅर्स बाल भारती स्कुल (लोदी रोड )
- सेंत कोलोंबोपब्लिक स्कूल (पीतमपुरा )
- सेंत मेरी स्कूल (सफदरगंज )
- वंदना इंटरनेशनल सिनिअर सेकंड्री स्कूल (द्वारका )
- कोलोम्बिया फाउंडेशन सीनियर सेकंड्री स्कुल ( विकास पूरी )
- बीजीएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल (द्वारका )
कैसे वसूला गया अभिभावकों से पैसे
इन सभी स्कुलो ने छठा वेतनमान लागू करने के नाम पर 2007 में सभी अभिभावकों से काफी बड़ी रकम वसूली की गयी थी| जिसके बाद मामला कोर्ट में जाने के बाद कोर्ट द्वारा कमिटी का गठन किया गया जिसमे जाच के बाद इन सभी स्कुलो को दोषी पाया गया | अब कोर्ट के आदेश के बाद इन सभी विद्यालयों को 9 फीसदी ब्याज के साथ पैसो को लोटना होगा|
विद्यालयों को 2009 से अब तक की फीस लोटानी होगी
अखिल भारतीय अभिभाक संघ के अध्यच अशोक अगरवाल ने बताया की इन सभी विद्यालयों को वर्ष 2009 से अभी तक 9 फीसदी ब्याज के साथ अभिभाको को लोटना होगा |